भोले की भक्ति में मुझे डूब जाने दो,
शिव के चरणों में शीश झुकाने दो,
आई है शिवरात्रि मेरे भोले बाबा का दिन,
आज के दिन मुझे भोले के गीत गाने दो।
श्रावण मास की हार्दिक बधाई!
कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होय,
तीन लोक नौ खंड में, शिव से बड़ा न कोय।
श्रावण मास की हार्दिक बधाई!
मंदिर की घंटी, आरती की’ थाली, नदी के किनारे सूरज की लाली,
जिंदगी लाये ख़ुशी की बहार,
मुबारक हो आपको “सावन का महीना “.
शिव की ज्योति से नूर मिलता हैं
सब्के दिलों को सुरूर मिलता है,
जोभी जाता है भोले के द्वार,
कुछ ना कुछ ज़रूरमिलता है
“जय बाबा अमरनाथ”
“हैपी श्रावण महीना”
शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है !
शिव बुध्दि, शिव चित, शिव मन विभोर है !!
श्रावण मास की हार्दिक शुभकामनायें!