Dosti Ki Misal Shayari

दोस्ती की मिसाल शायरी

दोस्ती एक मिसाल है जहाँ कोई सरहद नहीं होती; ये वो शहर है जहाँ इमारतें नहीं होती; यहाँ तो सब रास्ते एक-दूसरे के निकलते हैं; ये वो अदालत है जहाँ कोई शिकायत नहीं होती।

किस कदर शुक्रिया करू उस खुदा का
अल्फ़ाज़ नहीं मिलते
जिंदगी इतनी खूसबसूरत ना होती
जो आप जैसे दोस्त नहीं मिलते

तुफान में कश्‍तियों को किनारे भी मिल जाते हैं
जहान में लोगों को सहारे भी मिल जाते हैं
दुनिया में सबसे प्‍यारी है जिंदगी
कुछ आप जैसे दोस्‍त जिंदगी से भी प्‍यारे मिल जाते हैं

आसमान हमसे नाराज हैं
तारों का गुस्सा भी बेहिसाब है
मुझसे जलते हैं ये सब क्योंकि
चाँद से बेहतर दोस्त जो मेरे साथ हैं.

ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए,
न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए,
न भूलेंगे हम उस हसीं पल को,
जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.

दोस्ती एक मिसाल है जहाँ कोई सरहद नहीं होती; ये वो शहर है जहाँ इमारतें नहीं होती; यहाँ तो सब रास्ते एक-दूसरे के निकलते हैं; ये वो अदालत है जहाँ कोई शिकायत नहीं होती।

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