Bal Krishna Bhakti Shayari

✨ बालकृष्ण जी भक्ति शायरी – भाव विस्तार सहित

Bal Krishna Bhakti Shayari

Download Image Bal Krishna Bhakti Shayari


🌸
जहाँ माखन की मिठास है,
वहाँ नंदलाल का वास है।
जहाँ प्रेम की प्यास है,
वहाँ श्रीकृष्ण की आस है।
🌼 भावार्थ: यह शायरी हमें याद दिलाती है कि बालकृष्ण केवल माखन चोर नहीं, बल्कि प्रेम और भक्ति के रक्षक हैं। जहाँ सच्चा प्रेम और निष्कलंक भक्ति होती है, वहाँ श्रीकृष्ण की उपस्थिति स्वतः होती है।

Kanha Bhakti Shayari Bansuri Ki Taan

Download Image Kanha Bhakti Shayari Bansuri Ki Taan


🌸
जहाँ बांसुरी की तान है,
वहाँ कान्हा का गान है।
जहाँ मन में सच्चा विश्वास है,
वहाँ श्रीकृष्ण का वास है।
🌼 भावार्थ: बांसुरी की मधुर धुन केवल संगीत नहीं, बल्कि आत्मा को भक्ति की ओर खींचने वाला निमंत्रण है। जिस मन में सच्चा विश्वास और समर्पण होता है, वहाँ बालकृष्ण अपनी कृपा से स्वयं विराजते हैं।

🌸
जहाँ ग्वालों की टोली संग हो,
वहाँ नंदलाल के रंग हो।
जहाँ हँसी में भोलापन है,
वहाँ कृष्ण का बचपन है।
🌼 भावार्थ: यह पंक्तियाँ कृष्ण के नंदगांव के उस निराले बचपन का स्मरण कराती हैं, जहाँ खेल और प्रेम एक साथ बहते थे। बालकृष्ण का बचपन हमें मासूमियत और हृदय की पवित्रता का महत्व सिखाता है।

🌸
माखन की गंध जब फैले गली-गली,
नटखट नंदलाल पहुँचें पल में खिलखिली।
जो मन से उनका नाम रटता है,
वो हर दुख से बचता है।
🌼 भावार्थ: माखन और नटखटपन कृष्ण के बालरूप की पहचान हैं, पर उनके नाम में अपार शक्ति है। जो सच्चे मन से उनका स्मरण करता है, उसके जीवन से नकारात्मकता और दुख दूर हो जाते हैं।

🌸
यशोदा की ममता में बंधा,
पूरे गाँव का प्यारा चंदा।
जो बालकृष्ण की शरण में जाता है,
वो जीवन का सुख पाता है।
🌼 भावार्थ: यशोदा मैया के प्रेम में बंधा कृष्ण सभी का अपना बन जाता है। उनकी शरण लेने वाला भक्त जीवन में आत्मिक संतोष और प्रेम का अनुभव करता है।

🌸
कन्हैया की बंसी जब बजे,
मन के सारे क्लेश सजें।
जिसे मिले उनकी मुस्कान,
वो समझे जीवन का सच्चा मान।
🌼 भावार्थ: बंसी की धुन मन के सभी बोझ हल्के कर देती है। उनकी मुस्कान में वह दिव्यता है जो जीवन को अर्थपूर्ण बना देती है।

🌸
गोपी संग रास रचाते,
मन मोहक लीला दिखलाते।
जो कृष्ण की कथा सुनता है,
वो भक्ति में डूब जाता है।
🌼 भावार्थ: रासलीला केवल प्रेम कथा नहीं, बल्कि आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक है। कृष्ण की लीलाएँ सुनना भक्ति के मार्ग में मन को स्थिर और आनंदित कर देता है।

🌸
माखन चुराना उनकी अदा,
भक्त चुराना उनकी विधा।
जो हृदय से उन्हें पुकारे,
कन्हैया दौड़े चले आए।
🌼 भावार्थ: माखन चुराने की लीला हमें सिखाती है कि भगवान हमारे प्रेम और भाव को चुराने आते हैं। सच्ची पुकार पर वे तुरंत अपने भक्त के पास पहुँचते हैं।

🌸
गोकुल की गलियों का प्यारा,
संसार का उजियारा।
जो कृष्ण को जीवन में बसाए,
वो सदा आनंद पाए।
🌼 भावार्थ: गोकुल का प्यारा कृष्ण पूरी दुनिया के लिए प्रेम और प्रकाश का स्रोत हैं। जो उनके प्रेम में बंध जाता है, वह हर परिस्थिति में सुखी रहता है।

🌸
कन्हैया की बंसी में बसी है प्रीत,
सुनकर पिघल जाए हर रीत।
जो मन से कान्हा का ध्यान लगाए,
वो हर बंधन से छूट जाए।
🌼 भावार्थ: बंसी की धुन प्रेम का प्रतीक है, जो हर कठोरता को पिघला देती है। कृष्ण ध्यान मन को मुक्त और शांत बनाता है।

🌸
माखन मिश्री सा मधुर उनका नाम,
लेने से मिटते हैं सारे ग़म तमाम।
जो दिन की शुरुआत कृष्ण से करे,
उसका हर पल मंगल भरे।
🌼 भावार्थ: कृष्ण का नाम मिठास और ऊर्जा का स्रोत है। सुबह-सुबह उनका स्मरण दिन को शुभ और सकारात्मक बना देता है।

🌸
मुरली की मधुर तान में बंधा हर मन,
नंदलाल की मुस्कान में छुपा है जीवन।
जिनके चरणों में प्रेम की सरिता बहती है,
उनके दर्शन से आत्मा निर्मल रहती है।
🌼 भावार्थ:
– बालकृष्ण की मुरली की धुन केवल कानों को नहीं,
बल्कि हृदय की गहराइयों को भी स्पर्श करती है।
– उनकी निश्छल मुस्कान जीवन के हर अंधकार को दूर कर देती है।
– उनके चरणों का स्मरण हृदय में प्रेम, शांति और निर्मलता का संचार करता है।

🌸
नन्हा कान्हा जब गलियों में खेले,
भक्तों के मन में आनंद के मेले।
राधा नाम संग जब उनका उच्चार हो,
हर दिशा में प्रेम का प्रसार हो।
🌼 भावार्थ:
– बालकृष्ण की बाल लीलाएँ आनंद और उत्सव का अमृत बहाती हैं।
– राधा नाम के साथ उनका स्मरण करने से
हर ओर प्रेम, भक्ति और माधुर्य का वातावरण बन जाता है।

Leave a comment