Lakshmi Bhakti Shayari – Vistarit Bhavnaon ke Saath

माँ लक्ष्मी भक्ति शायरी संग्रह

Lakshmi Bhakti Shayari Vistarit Bhavnaon Ke Saath

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🌺 1.
धन से अधिक जब धर्म बढ़े,
माँ लक्ष्मी का आशीष सदा चढ़े।
जहाँ सेवा और श्रद्धा का संग हो,
वहीं लक्ष्मीजी का रंग हो।

🌿 भावार्थ:
– माँ लक्ष्मी वहाँ निवास करती हैं जहाँ जीवन में धर्म, सेवा और श्रद्धा का संग हो।
– सच्चा सौभाग्य वही है जिसमें धन के साथ धर्म का दीप भी जले।

Maa Lakshmi Shayari Swachhata Aur Pavitrata Ka Vas

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🌺 2.
स्वच्छ मन, स्वच्छ घर का वास,
माँ लक्ष्मी करतीं वहाँ प्रकाश।
जहाँ सफाई और सुगंध का मेल,
वहीं बरसे माँ का खेल।

🌿 भावार्थ:
– माँ लक्ष्मी को स्वच्छता प्रिय है, भीतर और बाहर दोनों में।
– जहाँ पवित्रता हो, वहाँ उनकी कृपा स्थायी रहती है।

🌺 3.
संतोष में है सबसे बड़ा धन,
माँ देतीं वहीं अपार मन।
जो लालच को त्याग अपनाए,
माँ लक्ष्मी स्वयं वहाँ आए।

🌿 भावार्थ:
– माँ लक्ष्मी का स्थायी वास संतोषी मन में होता है।
– लालच त्यागने वाला व्यक्ति सच्चा धनी कहलाता है।

🌺 4.
सुबह-सुबह माँ का नाम लो,
मन में आनंद और विश्वास बो।
हर दिन हो शुभ, हर राह हो साफ,
माँ की कृपा करे सब माफ।

🌿 भावार्थ:
– माँ का स्मरण दिन को मंगलमय बनाता है।
– विश्वास और भक्ति से ही सौभाग्य मिलता है।

🌺 5.
ईमान और मेहनत का साथ,
माँ करतीं जीवन में प्रगति की बात।
जो कर्म में सत्य अपनाए,
माँ लक्ष्मी वहीं बस जाए।

🌿 भावार्थ:
– ईमानदार और मेहनती पर माँ की विशेष कृपा होती है।
– ऐसा व्यक्ति जीवन में स्थायी प्रगति पाता है।

🌺 6.
दीप जलाओ श्रद्धा से,
मन सजाओ भक्ति से।
माँ के चरणों में अर्पण करो,
जीवन में सुख-संपत्ति भरो।

🌿 भावार्थ:
– माँ को समर्पण भाव और भक्ति के साथ पूजना चाहिए।
– इससे जीवन में सुख और संपन्नता आती है।

🌺 7.
जहाँ स्त्री का सम्मान है,
माँ का स्थायी स्थान है।
प्रेम और आदर का हो निवास,
माँ वहाँ भरें उल्लास।

🌿 भावार्थ:
– माँ लक्ष्मी वहाँ रहती हैं जहाँ स्त्री को सम्मान मिलता है।
– आदर और प्रेम सौभाग्य को स्थायी बनाते हैं।

🌺 8.
लाल वस्त्र, सुनहरी आभा,
माँ का रूप है अनुपम ललिमा।
पूजा में सच्चा भाव जो लाए,
माँ वहाँ सुख-समृद्धि बरसाए।

🌿 भावार्थ:
– सच्ची भावना से की गई पूजा माँ को प्रिय है।
– इससे जीवन में समृद्धि आती है।

🌺 9.
चरणों में शीश झुकाओ,
माँ से आशीष पाओ।
संकट कटे, मार्ग बने,
माँ की कृपा हर पल तने।

🌿 भावार्थ:
– माँ के चरणों में झुकना विनम्रता और भक्ति का प्रतीक है।
– इससे जीवन के संकट दूर होते हैं।

🌺 10.
दीपावली हो या रोज़ की आरती,
माँ की कृपा सबसे न्यारी।
जहाँ उनका भजन गाया जाए,
वहाँ सौभाग्य अपने आप आए।

🌿 भावार्थ:
– त्योहार और दैनिक भक्ति दोनों का महत्व है।
– माँ का स्मरण जीवन में सौभाग्य लाता है।

🌺 11.
करुणा और दया का मेल,
माँ वहाँ बरसाएं खेल।
प्रेम से जो सेवा करे,
माँ वहाँ सदा डेरा करे।

🌿 भावार्थ:
– सेवा और प्रेम माँ लक्ष्मी को प्रिय हैं।
– ऐसे स्थान पर उनकी कृपा बनी रहती है।

🌺 12.
धन आए तो धर्म में लगाओ,
सुख मिले तो सबको खिलाओ।
माँ देतीं दोगुना प्रतिफल,
जो करे परोपकार सफल।

🌿 भावार्थ:
– धन का सही उपयोग धर्म और परोपकार में है।
– इससे माँ की कृपा बढ़ती है।

🌺 13.
सच्चा व्रत, निर्मल मन,
माँ से जुड़े हर क्षण।
जीवन महके, राह सजे,
माँ की कृपा हर पल रचे।

🌿 भावार्थ:
– व्रत और पूजा का असली फल निर्मल मन में है।
– इससे जीवन में शुभता आती है।

🌺 14.
माँ का नाम सबसे अमूल्य धन,
दे जीवन को सच्चा गगन।
जिसे मिले माँ का प्यार,
वह हो जाए सुख का द्वार।

🌿 भावार्थ:
– माँ का नाम ही सबसे बड़ा खजाना है।
– इससे जीवन ऊँचाइयों तक पहुँचता है।

🌺 15.
सुबह भजन, शाम को ध्यान,
माँ की कृपा का अद्भुत मान।
जो हर पल माँ को याद करे,
उसके जीवन में मंगल भरे।

🌿 भावार्थ:
– भजन और ध्यान से माँ की कृपा बनी रहती है।
– इससे जीवन में शांति और सफलता आती है।

🌺 16.
आराधना में लीन रहे,
माँ की ममता में भीग रहे।
दुख कटे, सुख बढ़े,
माँ की कृपा हर दिन चढ़े।

🌿 भावार्थ:
– माँ की आराधना जीवन के दुख दूर करती है।
– उनकी ममता से सुख का संचार होता है।

🌺 17.
अन्न, वस्त्र और धन की देवी,
तेरे बिना कमी है ठहरी।
चरणों में जो हो समर्पण,
माँ बनें जीवन की धरोहर।

🌿 भावार्थ:
– माँ लक्ष्मी ही जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति करती हैं।
– समर्पण से उनका आशीष मिलता है।

🌺 18.
घर में दीप, मन में विश्वास,
माँ का आशीष करे प्रयास।
धैर्य से जो साधना करे,
माँ सफलता में उसे धरे।

🌿 भावार्थ:
– धैर्य और विश्वास से की गई साधना फल देती है।
– माँ की कृपा से हर प्रयास सफल होता है।

🌺 19.
प्रेम और धर्म का संग,
माँ का आशीष रंग।
जो इसे अपनाए,
माँ सदा मुस्कुराए।

🌿 भावार्थ:
– प्रेम और धर्म माँ की पूजा का सार हैं।
– इससे सौभाग्य मिलता है।

🌺 20.
हे माँ लक्ष्मी! तेरा नाम निधि,
तेरे बिना जीवन अधूरा विधि।
तेरे आशीष से जीवन खिले,
तेरी कृपा से दुख मिले।

🌿 भावार्थ:
– माँ का नाम और कृपा जीवन में पूर्णता लाते हैं।
– उनसे ही सुख-समृद्धि का द्वार खुलता है।

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