Good Morning | Birthday | Festivals | Day Wishes | God | Shayari | Quotes

Download Image Maa Kaalratri Stuti Bhavarth Aur Laabh Sahit
🌸 नवरात्रि दिवस ७ – माँ कालरात्रि स्तुति 🌸
या देवी सर्वभूतेषु कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
—
✨ भावार्थ:
हे माँ! आप सम्पूर्ण प्राणियों में कालरात्रि स्वरूप से विराजमान हैं।
आप वह शक्ति हैं जो अज्ञान और भय के अंधकार को नष्ट करती हैं।
आपको बार-बार नमस्कार है, बार-बार प्रणाम है।
यह श्लोक हमें यह स्मरण कराता है कि
माँ कालरात्रि केवल भीषणता और संहार की देवी नहीं हैं,
बल्कि उनकी उपस्थिति साधक को निर्भयता, सुरक्षा और आत्मबल भी प्रदान करती है।
—
🌟 लाभ:
– भय, रोग और शत्रुओं से रक्षा मिलती है।
– जीवन में साहस और आत्मविश्वास का संचार होता है।
– साधक को नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
– कठिन समय में भी धैर्य और स्थिरता प्राप्त होती है।
—
📌 उदाहरण:
यदि कोई व्यक्ति बार-बार भय, बुरे स्वप्न या अनचाही घटनाओं से परेशान हो,
तो सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि की पूजा कर इस स्तुति का जप करे।
श्रद्धा और भक्ति से जपे गए मंत्र से
भय दूर होता है और मन में शक्ति का संचार होता है।
—
🙏 प्रार्थना:
हे माँ कालरात्रि,
हमें हर अंधकार और भय से मुक्त करें।
हमारे भीतर ऐसा आत्मबल जगाएँ कि
हम धर्म और सत्य के मार्ग पर निर्भीक होकर आगे बढ़ सकें।
🌸 जय माँ कालरात्रि! 🌸
Tag: Smita Haldankar