Saphala Ekadashi Vrat Katha

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🌼 सफला एकादशी व्रत कथा एवं माहात्म्य

📅 तिथि व महत्व
– पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं।
– इस व्रत के देवता श्री नारायण हैं।
– यह व्रत सभी पापों का नाश कर मोक्ष प्रदान करने वाला है।
– इसका फल पाँच हज़ार वर्षों की तपस्या और अश्वमेध यज्ञ से भी बढ़कर माना गया है।

🙏 व्रत विधि
– प्रातःकाल स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
– श्रीहरि नारायण का पूजन सोलह उपचरों (ऋतु के अनुकूल फल, नारियल, नींबू, नैवेद्य आदि) से करें।
– दिनभर व्रत रखें और रात्रि को जागरण करें।
– द्वादशी को ब्राह्मण भोजन कराएँ और दान-दक्षिणा देकर स्वयं पारण करें।

📖 कथा

महाराज युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा –
“हे जनार्दन! पौष कृष्ण एकादशी का क्या नाम है और इसकी क्या विधि है?”

भगवान श्रीकृष्ण बोले –
“हे धर्मराज! यह एकादशी सफला एकादशी नाम से प्रसिद्ध है। जो मनुष्य श्रद्धा से इसका पालन करता है, वह मेरे परम प्रिय होता है। अब इसकी कथा सुनो।”

चम्पावती नगरी में महिष्मान नामक राजा राज्य करता था। उसका पुत्र लुम्पक बड़ा दुष्ट और पापी था। वह परस्त्रीगमन, व्यभिचार और चोरी जैसे कर्मों में लिप्त होकर देवता, ब्राह्मण और वैष्णवों की निंदा करता था। राजा ने उसे राज्य से निकाल दिया।

लुम्पक वन में रहने लगा और रात को नगर में चोरी करता। वह पशुओं को मारकर खाता और लोगों को सताता। वन में एक प्राचीन पीपल वृक्ष के नीचे उसने आश्रय लिया।

एक समय पौष कृष्ण दशमी की रात को ठंड के कारण वह निःवस्त्र होकर सो न सका। प्रातः मूर्छित हुआ और एकादशी के दिन कुछ फल बटोरकर पीपल के नीचे भगवान को अर्पित कर दिया। उस दिन उसने उपवास और रात्रि-जागरण भी किया।

उसके इस अनजाने उपवास और पूजा से भगवान श्रीनारायण प्रसन्न हुए और आकाशवाणी हुई –
“हे राजकुमार! तेरे पाप नष्ट हो गए हैं। अब तू अपने पिता के पास जा और राज्य प्राप्त कर।”

अगले दिन लुम्पक को दिव्य वस्त्र और रथ प्राप्त हुआ। वह पिता के पास लौटा और राज्य का अधिकारी बना। आगे चलकर वह भगवान नारायण का भक्त बन गया और अंत समय वैकुण्ठधाम चला गया।

✨ फल व लाभ
– सफला एकादशी व्रत से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
– व्रती को अंत में मोक्ष और भगवान विष्णु का धाम प्राप्त होता है।
– इस कथा को पढ़ने या सुनने से अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य मिलता है।

🌸 निष्कर्ष
सफला एकादशी व्रत हर उस जीव के लिए कल्याणकारी है जो जीवन को सार्थक और मोक्षदायी बनाना चाहता है।
जो श्रद्धा से इसका पालन करता है, उसके लिए वैकुण्ठ के द्वार स्वयं खुल जाते हैं।

सफला एकादशी की शुभकामनाएँ

Safala Ekadashi Shubhkamnayein

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🌿
सफला एकादशी के पावन अवसर पर
श्रीहरि विष्णु की कृपा से
आपके सभी प्रयास सफल हों।
जीवन में बाधाएँ दूर हों और
घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहे।
सफला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

🪔
आज का यह व्रत जीवन को
सकारात्मकता और नई दिशा देता है।
भगवान विष्णु का आशीर्वाद
आपके हर कार्य को सिद्धि प्रदान करे।
सफला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

🌸
सफला एकादशी का पुण्य
मन की अशांति को शांत करे
और कर्मों में सफलता का संचार करे।
श्रीहरि की भक्ति आपके जीवन को
मंगलमय बनाए।
सफला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

🌿
इस पावन एकादशी पर
भगवान विष्णु आपके जीवन से
हर असफलता को दूर करें
और प्रत्येक प्रयास में
सफलता का वरदान दें।
सफला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

💫
सफला एकादशी का व्रत
मन, वाणी और कर्म को शुद्ध करता है।
श्रीहरि विष्णु की कृपा से
आपके सपने पूर्ण हों और
जीवन में सुख-समृद्धि का वास हो।
सफला एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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