Shanivar Ki Sanyukt Prarthana – Shani Dev aur Hanuman Ji ke Charanon Mein Samarpan

शनिवार की संयुक्त प्रार्थनाओं का विस्तारित संग्रह,
हर क्रम में शनि देव की गूढ़ शिक्षा और हनुमान जी की भक्ति-शक्ति को जोड़ते हुए,
हर पंक्ति में एक गहराई, भाव और दैनिक जीवन से जुड़ा अध्यात्मिक स्पर्श समाहित है।

Shanivar Prarthana Shani Kripa Aur Hanuman Bhakti

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🌑 1. शनिवार की प्रार्थना
हे प्रभु शनि देव,
हमें सत्य के मार्ग पर चलने का साहस दें —
भले ही वह मार्ग कठिन हो,
परंतु उसमें ही धर्म का दीप जलता है।
कर्म में शुद्धता और मन में सेवा का भाव बना रहे,
ताकि हर कार्य केवल स्वयं के लिए नहीं,
बल्कि जगत की भलाई के लिए हो।

हे पवनसुत हनुमान,
आपकी भक्ति से हमें दृढ़ विश्वास मिले,
अडिग मन और निर्भयता का तेज मिले।
हमें इतना बल दें कि हम दूसरों के संकट में छाया बनें,
और संकट में पड़े किसी को अकेला न छोड़ें।

Shanivaar Ki Prarthana Shani Dev Aur Hanuman Ji

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🌑 2. शनिवार की प्रार्थना
हे न्यायकारी शनिदेव,
आपका मौन न्याय गहन होता है —
हमें कर्मफल की इस व्यवस्था को श्रद्धा से स्वीकार करने का विवेक दो।
हर बाधा को सीख की तरह देखें,
और आत्म-परिष्कार की भावना बनाए रखें।

हे संकटमोचन हनुमान,
आपका नाम स्मरण ही रक्षा कवच है।
जब भय, भ्रम या कमजोरी घेरे,
तो आप हमारे हृदय में संबल बनकर उतरें —
और हमें निर्भीकता के साथ धर्म पर डटे रहने की शक्ति दें।

🌑 3. शनिवार की प्रार्थना
हे शनिदेव,
दुख और देरी को जीवन का अभिशाप नहीं,
बल्कि आत्म-संयम की परीक्षा मानने का विवेक दें।
हमें इतना धैर्य दें कि हम टूटें नहीं,
बल्कि और निखर जाएँ।

हे हनुमान जी,
आपका बल पराक्रम का नहीं,
भक्ति, सेवा और दृढ़ निष्ठा का प्रतीक है।
हमें भी ऐसा मन दो — जो भले ही झुके,
पर असत्य के सामने कभी न डरे।

🌑 4. शनिवार की प्रार्थना
हे शनि महाराज,
जब संसार हमें न समझे,
तब आप हमें यह समझ दो —
कि हमारी आत्मा का मूल्य किसी और की नज़रों से नहीं,
बल्कि हमारे कर्मों से तय होता है।
हमें आत्मबल और मौन तप का वरदान दें।

हे वीर हनुमान,
जब मार्ग न दिखे, तो आप ही दीपक बनिए।
आपके चरणों में ऐसा समर्पण दो,
जो संकल्पों को अडिग और सेवा को जीवन का धर्म बना दे।

🌑 5. शनिवार की प्रार्थना
हे शनिदेव,
आपका अनुशासन तप के समान है —
हम उसमें घबराएँ नहीं,
बल्कि उससे परिपक्व हों।
हमें सच्चाई से न डिगने का तेज दें।

हे अंजनीनंदन,
आपकी निष्ठा ही प्रेरणा है।
हमें ऐसा जीवन दो
जहाँ कर्तव्य से बढ़कर कुछ न हो,
और सेवा ही हमारी पहचान बने।

🌑 6. शनिवार की प्रार्थना
हे शनिदेव,
आपकी दृष्टि को लोग भय मानते हैं,
पर हम उसे आशीर्वाद मानें —
जो हमें जागृत करता है,
सही मार्ग दिखाता है।

हे पवनपुत्र,
आपका नाम जपते हुए
हमारा चित्त स्थिर हो,
मन से संशय मिटे,
और जीवन में निष्ठा का दीप जले।

🌑 7. शनिवार की प्रार्थना
हे प्रभु शनि,
हमें इतनी समझ दें कि हम दूसरों की निंदा न करें,
बल्कि आत्मनिरीक्षण करें।
हमारी दृष्टि सुधार की हो,
दोष देखने की नहीं।

हे महावीर हनुमान,
आपके जीवन से हम सीखें —
जब भी भ्रम फैले,
सच को पकड़कर अडिग रहना ही सच्चा बल है।

🌑 8. शनिवार की प्रार्थना
हे शनिदेव,
हमें ऐसा हृदय दें जो दूसरों के दुःख को अनुभव कर सके।
जहाँ कोई पीड़ित हो,
वहाँ हम सहायता लेकर पहुँचें —
यही सच्चा पुण्य है।

हे कपि श्रेष्ठ,
आपने राम के लिए समुद्र लांघा,
हमें भी यह प्रेरणा दो कि हम भी किसी ज़रूरतमंद के लिए
अपनी सीमाएँ तोड़ सकें।

🌑 9. शनिवार की प्रार्थना
हे शनिदेव,
आपकी हर परीक्षा के पीछे छिपी होती है
हमारी अगली प्रगति की कुंजी।
हमें आँखें दें जो इसे पहचान सकें।

हे श्रीरामदूत,
आपका हर कार्य प्रभु की सेवा था।
हमें भी यह दृष्टि दें —
कि हम हर छोटे-से-छोटे कर्म को
प्रभु को अर्पित कर सकें।

🌑 10. शनिवार की प्रार्थना
हे शनि देव,
आपके चरणों में झुकने से
हमारे भीतर की अशुद्धियाँ गिरती हैं।
हमें हर दिन थोड़ा और सच्चा, थोड़ा और सरल बनाते जाइए।

हे बजरंगबली,
आपकी भक्ति वह दीप है
जो अंधकार में भी जलता है।
हमें यह आंतरिक प्रकाश दें,
जिससे हम कभी निराश न हों।

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