Shubh Prabhat Hindi Shayari Images On Nature

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शुभ प्रभात
सूरज की पहली किरण देखो धरती पे आई,
उठो चलो अंगड़ाई लो सुबह हो गयी भाई,
देखो देखो बगिया में कलि खिलने को आई.
चारों तरफ सुन्दरता की लाली सी छाई।

शुभ प्रभात
बागों में है फूल खिले, पेड़ो पर हरियाली छाई,
कितना सुन्दर मौसम है, लो फिर से है वसंत आई,
ठंडी-ठंडी हवा चल रही, कोमलता सी लायी,
गलियों में चौराहों में, फूलों की खुशबू छाई।

शुभ प्रभात
हर तरफ खुशनुमा आनंद सा छाया है,
रातों की काली स्याही ये सूरज छांट आया है,
सूरज के आ जाने से, उम्मदी की किरण है पायी.
उठो चलो अंगड़ाई लो, सुबह हो गयी भाई।
बहारों की इस उमंग से, सब में मस्ती सी आई,
उठो चलो अंगड़ाई लो सुबह हो गयी भाई।

शुभ प्रभात
चहकते हुए पक्षियों ने स्वागत में तान लगायी,
वाह! क्या नजारा है, दिल में ख़ुशी सी छाई,
वसंत के प्यारे इस दिन में जीवन में खुशिया आयीं
हर गम दुःख भुलाकर हंस लो थोड़ा भाई।

शुभ प्रभात
चलो आज हम मिल कर जरा, वसंत का गीत गायें
आओ इन बहारों संग घुल-मिल सा जाएँ,
इस मौसम में आकर देखो सब दूरी है मिटाई
झूमो नाचो और गाओ, खाओ खिलाओ जरा मिठाई।

शुभ प्रभात
कुदरत का ये खेल भी ना जाने क्या कह जाता है,
हर पल हर समय, अहसास नया सा दे जाता है,
आसमा की झोली से, अरमान नया सा लाया है,
आज ही हमें पता चला, जिंदगी ने खुलकर गाया है।

This picture was submitted by Smita Haldankar.

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