Shubh Prabhat Ram Shayari in Hindi

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शुभ प्रभात जय श्री राम
राम ही तो करूणा में हैं, शांति में राम हैं
राम ही हैं एकता में, प्रगति में राम हैं,
राम बस भक्तो के नही, शत्रुओं के भी चिंतन में हैं,
देख तज के पाप रावण, राम तेरे मन में हैं.

शुभ प्रभात जय श्री राम
राम जी कोई ज्योति से नूर मिलता हैं,
सबके दिलों को सुरूर मिलता हैं,
जो भी जाता हैं राम जी के द्वार,
उसको कुछ न कुछ जरूर मिलता हैं.

शुभ प्रभात जय श्री राम
श्री रघुवीर भक्त हितकारी,
सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी,
निशि दिन ध्यान धरै जो कोई,
ता सम भक्त और नाहिं होई.

शुभ प्रभात जय श्री राम
राम तो घर-घर में हैं, राम हर इक आँगन में हैं
मन से जो रावण निकाले, राम उसके मन में हैं.
जय श्री राम

शुभ प्रभात जय श्री राम
ब्राह्मण हूँ, हिंदुत्व की बात जरूर करूँगा,
एक बार नहीं, मैं हजार बार जय श्री राम कहूँगा।

हम जोर से भी बोल दे जय श्री राम,
बुराई कांपने लगती है सुनकर ये नाम.

श्री राम का वंशज हूँ मैं, गीता ही मेरी गाथा है,
गर्व से कहता हूँ, भारत ही मेरी माता है.

रावण सबके मन में हैं,
राम अभी तक वन में हैं.

बुराई का अंत होता है हर अध्याय में,
श्री राम का ये भक्त निवास करता है अयोध्या में.

जिनके मन में श्री राम है,
भाग्य में उसके बैकुंठ धाम हैं,
उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया,
संसार में उसका कल्याण हैं.

बुराई दम तोड़ देगी, इसमें कितना जोर है,
अब तो चारों तरफ राम नाम का ही शोर है.

खिल उठे ये चमन सारा,
जब गूँजे जय श्री राम का नारा।

झुकता नहीं राम भक्त किसी के आगे,
धनुषधारी राम को देखकर काल भी भागे।

मुझे तो दौलत मिल गई राम नाम की,
मेरे लिए ये दुनिया सारी किस काम की.

सारी दुनिया जाती है जिसके शरण में,
मेरा प्रणाम है प्रभु श्रीराम के चरण में.

गरज उठे गगन सारा,
समंदर छोड़े अपना किनारा,
हिल जाये जहान सारा,
जब गूंजे जय श्री राम का नारा।

राम की कृपा नवजीवन हैं, राम का नित वन्दन हैं,
राम के आशीष से मंगलमय तन मन हैं.

नहीं पता कौन हूँ,
और कहाँ मुझे जाना है,
राम का भक्त हूँ,
मुझे राम के दर पर जाना है.

इतना मत सजाओ मेरे श्री राम को नजर लग जायेगी,
उस नीबू और मिर्ची की क्या औकात जो आपकी नजर उतारेगी।

रघुकुल रीति सदा चलि आई,
प्राण जाए पर वचन न जाई.

जय श्री राम शायरी

तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी,
उस प्रभु श्री राम से क्या छिपावे जिसके हाथ में हैं सब की डोरी।

राम नाम का महत्व न जाने, वो अज्ञानी अभागा हैं,
जिसके दिल में राम बसे, वो ही सुखद जीवन पाता हैं.

राम जिनका नाम हैं,
अयोध्या जिनका धाम हैं,
ऐसे रघु नन्दन को हमारा प्रणाम हैं.

वो बड़े ही किस्मत वाले है,
जिनके श्री राम रखवाले है.

मैं झुक नही सकता, मैं शौर्य का अखँड भाग हूँ,
जला दे जो अधर्म की रुह को, मैं वही श्री राम का दास हूँ।
Ram Shayari in Hindi

ध्यान धरे शिवजी मन माहीं,
ब्रम्हा इंद्र पार नहिं पाहीं,
जय जय जय रघुनाथ कृपाला,
सदा करो सन्तन प्रतिपाला.

जब सुकून नही मिलता दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाता हूँ मैं श्री राम की मस्ती में।

धन दौलत की चाह रखने वाला बिखर जाता है,
प्रभु श्रीराम को चाहने वाला निखर जाता है.
जय श्री राम शायरी

दौलत छोड़ी, दुनिया छोड़ी, सारा खजाना छोड़ दिया,
श्रीराम के प्यार में दिवानों ने, राज घराना छोड़ दिया।

दिखावे की दुनिया से दूर रहता हूँ,
मैं तो श्री राम की भक्ति में चूर रहता हूँ.

कोई मिटा न सके जिसकी हस्ती,
हम करते है उसकी भक्ति,
हम प्रभु श्री राम के दास है
हम भी रखते है भुजाओ में
बुराई मिटाने की शक्ति।

माला से मोती तुम मत तोड़ो,
धर्म से मुँह तुम मत मोड़ो,
बहुत कीमती हैं जय श्री राम का नाम,
जय श्री राम बोलना तुम मत छोड़ो।

ना गिनकर देते हैं,
ना तोलकर देते हैं,
जब भी प्रभु श्रीराम देते हैं,
दिल खोल कर देते हैं।

हम प्रभु राम नाम की शमा के छोटे से परवाने है,
कहने वाले कुछ भी कहे हम तो श्रीराम के दीवाने है.

जय श्रीराम का नारा लगाकर,
पूरा दुनिया पर छा जाते है,
दुश्मन भी छुपकर देखता है
जब श्रीराम के भक्त आ जाते है.
जय श्री राम शायरी

मन राम का मंदिर हैं
यहाँ उसे विराजे रखना,
पाप का कोई भाग ना होगा
बस राम को थामे रखना.

राम नाम की ज्योति मन में जगा ले,
बर्षो से सोये तू अपने भाग्य जगा ले.

दुखो में भी निकलेगा रास्ता,
तू सिर्फ प्रभु राम में रख आस्था।

बुराई कितनी भी कोशिश करें सच्चाई को दबाने की,
जिसके साथ श्रीराम हो उसे क्या डर जमाने की.

राम नाम की लूट है, लूट सको तो लूट,
पछताये क्या होत है जब प्राण जाए छूट.

बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़े और जेवर,
लेकिन कहाँ से लाओगे राम भक्तों वाले तेवर।

मर्यादा पुरूषोत्तम राम जिनका नाम है,
धर्म नगरी अयोध्या जिनका धाम है
ऐसे प्रभु श्री राम को हमारा प्रणाम है.

राम नाम की भक्ति में मैं हरदम जीता हूँ,
मुझे साधारण मत समझना मैं प्रभु राम का चीता हूँ.

वीरों की दहाड़ होगी
हिन्दुओ की ललकार होगी
आ रहा है वक्त जब
राम-राज की पुकार होगी।

कलम की धार तेज कर स्याही खून की बना दो,
हर एक हिन्दू के अन्दर भगवाँ को जगा दो.

This picture was submitted by Smita Haldankar.

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