Ulazi Hui Duniya Ko Pane Ki Jid Karo

उलझी हुई दुनिया को पाने की ज़िद करो,
जो न हो अपना उसे अपनाने की ज़िद करो,
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते हैं तो क्या हुआ,
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद करो।
This picture was submitted by Smita Haldankar.
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